उत्तराखंड में तबाही के बाद बड़ी राहत! सरकार ने किया ऐलान – हर पीड़ित परिवार को मिलेंगे ₹5 लाख

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उत्तराखंड में तबाही के बाद बड़ी राहत! सरकार ने किया ऐलान – हर पीड़ित परिवार को मिलेंगे ₹5 लाख
उत्तराखंड में तबाही के बाद बड़ी राहत! सरकार ने किया ऐलान – हर पीड़ित परिवार को मिलेंगे ₹5 लाख
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उत्तराखंड में हाल ही में आई भीषण बाढ़ और भूस्खलन की तबाही ने राज्यभर में हड़कंप मचा दिया है। सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं, कई लोग लापता हैं और दर्जनों की जान जा चुकी है। इस दर्दनाक त्रासदी के बाद अब राज्य सरकार ने एक बड़ी राहत की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को ऐलान किया कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हर परिवार को ₹5 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी

यह राहत पैकेज उन परिवारों को दिया जाएगा जिनके घर बाढ़ या भूस्खलन में पूरी तरह से तबाह हो गए हैं या जिनके परिजनों की मृत्यु हुई है। सरकार ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे प्रभावित परिवारों की सूची तुरंत तैयार करें और बिना देरी के सहायता राशि वितरित की जाए।


💥कहां-कहां मची है तबाही?

उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश के बाद अचानक नदियां उफान पर आ गईं, जिससे गांव के गांव पानी में डूब गए। सबसे ज्यादा नुकसान पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल और रुद्रप्रयाग जिलों में हुआ है। इन क्षेत्रों में सड़कों का नेटवर्क टूट गया है, बिजली और पानी की सप्लाई ठप हो गई है और लोग खाने-पीने की चीजों के लिए परेशान हैं।

स्थानीय प्रशासन और सेना की मदद से राहत और बचाव अभियान तेज़ी से चलाए जा रहे हैं, लेकिन दुर्गम पहाड़ी इलाकों तक पहुंचना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।


🔴 अब तक कितने लोग हुए प्रभावित?

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक:

  • 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है
  • 50 से ज्यादा लोग लापता हैं
  • 400 से ज्यादा मकान पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं
  • 1000 से ज्यादा लोग अस्थायी शिविरों में रह रहे हैं

मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “हम इस संकट की घड़ी में हर पीड़ित परिवार के साथ हैं। राज्य सरकार हर संभव मदद दे रही है। हम केंद्र सरकार से भी और सहयोग की मांग कर रहे हैं।”


📦 ₹5 लाख की सहायता कैसे मिलेगी?

सरकार की योजना के अनुसार:

  • जिनके परिवार का कोई सदस्य इस आपदा में मारा गया है, उन्हें ₹5 लाख की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक अकाउंट में दी जाएगी।
  • जिनके घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें भी ₹5 लाख तक की सहायता मिल सकेगी।
  • आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए ₹1 से ₹2 लाख तक की मदद दी जा सकती है।

इसके लिए जिला प्रशासन के माध्यम से सर्वेक्षण किया जा रहा है और आधार कार्ड और बैंक डिटेल्स के जरिए सत्यापन के बाद राशि ट्रांसफर की जाएगी।


🛠 सरकार के और क्या कदम?

राज्य सरकार ने राहत राहत पहुंचाने और पुनर्वास कार्य के लिए कई कदम उठाए हैं:

  1. फ्री राशन वितरण: प्रभावित गांवों में मुफ्त राशन और जरूरी सामान भेजा जा रहा है।
  2. स्वास्थ्य कैंप: बीमारियों को रोकने के लिए मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं।
  3. शेल्टर होम्स: बेघर हुए लोगों के लिए अस्थायी शिविर बनाए गए हैं।
  4. स्कूलों में छुट्टियां: प्रभावित इलाकों के स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
  5. डिजास्टर रिलीफ फंड: ₹100 करोड़ का आपात राहत कोष अलग से मंजूर किया गया है।

🧑‍🚒 सेना और NDRF कर रही है बहादुरी से काम

आपदा की गंभीरता को देखते हुए, सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें मैदान में उतर चुकी हैं। हेलिकॉप्टर के जरिए फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।

सेना के एक अधिकारी ने बताया, “हम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। हरसंभव कोशिश कर रहे हैं कि कोई जान न जाए।”


📸 सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं तस्वीरें और वीडियो

उत्तराखंड आपदा की तस्वीरें और वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। लोग अपने गांवों की स्थिति दिखा रहे हैं – बहती हुई सड़कें, गिरते हुए मकान, और बर्बादी का मंजर। कई जगहों से मदद की अपीलें भी की जा रही हैं।


📞 हेल्पलाइन नंबर और राहत सहायता

राज्य सरकार ने कुछ आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:

  • उत्तराखंड आपदा नियंत्रण कक्ष: 1070
  • आपदा राहत हेल्पलाइन: 0135-2710334
  • ईमेल: disasterhelp.uk@gov.in

सरकार ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक जानकारी पर ही भरोसा करें।


🌧 मौसम विभाग ने फिर दी चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले 48 घंटों में उत्तराखंड के कई हिस्सों में फिर से भारी बारिश हो सकती है। इसलिए प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।


🙏 विपक्ष ने क्या कहा?

विपक्षी दलों ने सरकार की घोषणा का स्वागत तो किया है, लेकिन साथ ही राहत कार्यों में देरी को लेकर सवाल भी उठाए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा, “सरकार ने देर से ही सही, ₹5 लाख की घोषणा की है, लेकिन ज़मीन पर काम उतनी तेजी से नहीं हो रहा जितनी जरूरत है।”


🤝 केंद्र सरकार से भी मिलेगी मदद?

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है और NDMA (National Disaster Management Authority) के जरिए अतिरिक्त सहायता की मांग की है। केंद्र से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही विशेष राहत पैकेज की घोषणा हो सकती है।


📣 जनता की आवाज़: “पहले बचाओ, फिर मुआवजा दो”

कई लोगों का कहना है कि सरकार को केवल मुआवजा देने की बजाय आपदा से पहले की तैयारी भी मजबूत करनी चाहिए। एक पीड़ित ने NDTV को बताया, “हमारा पूरा घर बह गया। मुआवजा तो ठीक है, लेकिन ऐसी स्थिति दोबारा ना हो, इसकी भी तैयारी जरूरी है।”


📌 निष्कर्ष: अब राहत और पुनर्निर्माण की चुनौती

उत्तराखंड में आई इस त्रासदी ने एक बार फिर राज्य की आपदा प्रबंधन व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार की ₹5 लाख की राहत राशि निश्चित तौर पर एक सकारात्मक कदम है, लेकिन असली परीक्षा अब शुरू होती है – लोगों को फिर से बसाना, बुनियादी सुविधाएं बहाल करना और भविष्य के लिए एक मजबूत आपदा रणनीति बनाना।


अगर आप उत्तराखंड के किसी प्रभावित क्षेत्र से हैं या किसी को जानते हैं जो मदद का इंतज़ार कर रहा है, तो सरकारी हेल्पलाइन से संपर्क करें और ज़रूरतमंदों तक मदद पहुंचाने में सहयोग करें।


(नोट: यह लेख सभी उपलब्ध समाचार स्रोतों पर आधारित है और समय-समय पर अपडेट किया जाएगा।)

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