नई दिल्ली, अगस्त 2025 — Vivo का लेटेस्ट स्मार्टफोन X200 FE, जिसे कंपनी ने ‘फ्लैगशिप एक्सपीरियंस’ और ‘ड्यूरेबिलिटी’ का परफेक्ट कॉम्बिनेशन बताया था, अब सवालों के घेरे में आ गया है। हाल ही में सामने आए एक रिपोर्टेड ‘Rain Test Failure’ ने इस फोन की वॉटर रेसिस्टेंस क्वालिटी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कई यूज़र्स ने सोशल मीडिया और टेक फोरम्स पर आरोप लगाए हैं कि हल्की बारिश में भी उनका Vivo X200 FE हैंग होने लगा, स्क्रीन ब्लैक हो गई या फिर फोन पूरी तरह बंद हो गया। ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है—क्या Vivo ने इस फोन के IP रेटिंग को लेकर कुछ छुपाया है?
📱 Vivo X200 FE: लॉन्च से लेकर विवाद तक
Vivo X200 FE को कंपनी ने जून 2025 में लॉन्च किया था। इसकी कीमत लगभग ₹49,999 रखी गई थी और कंपनी का दावा था कि यह फोन प्रीमियम डिजाइन, दमदार कैमरा, और शानदार परफॉर्मेंस के साथ आता है। लेकिन वॉटर रेसिस्टेंस को लेकर कोई ठोस प्रमाणीकरण नहीं दिया गया था।
हालांकि कंपनी ने अप्रत्यक्ष रूप से कहा था कि यह “डेली लाइफ स्प्लैश” झेल सकता है, लेकिन कहीं भी स्पष्ट तौर पर IP68 या IP67 रेटिंग का उल्लेख नहीं किया गया।
💧 क्या हुआ Rain Test में?
एक यूट्यूब चैनल TechDrop ने हाल ही में एक वीडियो अपलोड किया जिसमें Vivo X200 FE को हल्की बारिश जैसी कंडीशन में रखा गया। सिर्फ 2 मिनट के भीतर ही फोन की स्क्रीन पर ग्रीन लाइन दिखाई देने लगी, टच रिस्पॉन्स धीमा हो गया और कुछ ही देर में फोन बंद हो गया।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि:
- फोन को हल्के स्प्रे या रिमझिम बारिश के संपर्क में लाया गया।
- पानी से संपर्क होते ही कैमरा मॉड्यूल के पास कंडेंसिंग शुरू हुई।
- टच स्क्रीन ने रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया।
- पावर बटन दबाने पर कोई रिएक्शन नहीं मिला।
यह सब होते ही टेक एक्सपर्ट्स ने कहा—“फोन पूरी तरह से वाटरप्रूफ नहीं है और इसे बारिश में ले जाना खतरनाक हो सकता है।”
🌧️ यूज़र्स का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूटा
एक यूज़र ने ट्विटर पर लिखा:
“मैंने ₹50,000 खर्च करके Vivo X200 FE खरीदा और अब हल्की बारिश में ही बंद हो गया? वॉटर रेसिस्टेंस कहाँ है Vivo?”
Reddit और Telegram ग्रुप्स में सैकड़ों यूज़र्स ने साझा किया कि उनके फोन में बारिश के बाद:
- टच स्क्रीन ने काम करना बंद कर दिया।
- चार्जिंग पोर्ट में नमी आ गई।
- कैमरा में फॉगिंग हो गई।
🔍 Vivo की प्रतिक्रिया: “अभी जांच जारी है”
Vivo इंडिया की ओर से एक स्टेटमेंट आया जिसमें कहा गया:
“हमने X200 FE को सभी क्वालिटी स्टैंडर्ड्स पर टेस्ट किया है। यदि किसी कंज़्यूमर को समस्या आ रही है तो कृपया नज़दीकी सर्विस सेंटर से संपर्क करें। हम हर रिपोर्ट की जांच करेंगे।”
लेकिन कई यूज़र्स ने आरोप लगाया है कि सर्विस सेंटर फोन को “लिक्विड डैमेज” बताकर वारंटी में रिपेयर करने से मना कर रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं में भारी नाराज़गी है।
🔬 IP रेटिंग क्या होती है, और क्यों ज़रूरी है?
IP (Ingress Protection) रेटिंग यह बताती है कि कोई डिवाइस धूल और पानी से कितनी सुरक्षा देती है। उदाहरण:
- IP68: धूल से पूरी सुरक्षा + 1.5 मीटर पानी में 30 मिनट तक सुरक्षित।
- IP67: हल्की बारिश या accidental water exposure तक सुरक्षित।
Vivo X200 FE के बॉक्स या स्पेसिफिकेशन में ऐसी कोई रेटिंग मेंशन नहीं की गई, जिससे साफ है कि कंपनी इस पहलू से बचना चाहती थी।
🛠️ सर्विस सेंटर का हाल: वारंटी का ड्रामा?
कई यूज़र्स ने दावा किया है कि जब वो फोन को सर्विस सेंटर ले गए तो उन्हें बताया गया:
“यह लिक्विड डैमेज है, और वारंटी इसके लिए कवर नहीं करती।”
कई मामलों में ग्राहकों को ₹8,000 से ₹12,000 तक का रिपेयर चार्ज बताया गया। कुछ ने तो यहां तक कहा कि उन्हें नया डिस्प्ले लगवाने की सलाह दी गई, जो आधी कीमत के बराबर है।
🔄 क्या यह सिर्फ Vivo के साथ हो रहा है?
नहीं। पिछले कुछ सालों में OnePlus, Xiaomi, और Samsung जैसे ब्रांड्स के कुछ मिड-रेंज फोन भी वॉटर डैमेज के मामलों में फंसे हैं। लेकिन फर्क ये है कि उन ब्रांड्स ने:
- साफ-साफ IP रेटिंग दी थी
- क्लेम में सपोर्ट दिया था
Vivo के केस में न तो IP रेटिंग क्लियर है और न ही यूज़र्स को ठीक से सहायता मिल रही है।
📊 टेक एक्सपर्ट्स की राय
मोबाइल टेक एक्सपर्ट रोहित गुप्ता कहते हैं:
“अगर किसी फोन में IP रेटिंग नहीं दी गई है, तो उसे बारिश में ले जाना जोखिम भरा है, चाहे वह कितना भी महंगा हो। ब्रांड्स को इस पर साफ-साफ जानकारी देनी चाहिए।”
वहीं Digit.in के एक पत्रकार ने लिखा:
“Vivo X200 FE का यह मामला बताता है कि ब्रांड्स सिर्फ लुक और कैमरा पर ध्यान दे रहे हैं, जबकि ड्यूरेबिलिटी और सर्विस क्वालिटी को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं।”
🧠 ग्राहक क्या करें?
- फोन खरीदने से पहले IP रेटिंग ज़रूर चेक करें।
- बारिश या नमी वाले माहौल में फोन को प्लास्टिक पाउच या रेन कवर में रखें।
- किसी भी दावे पर भरोसा करने से पहले कंपनी की ऑफिशियल साइट पर वॉटर रेसिस्टेंस पॉलिसी पढ़ें।
- सर्विस सेंटर विज़िट से पहले वीडियो प्रूफ रखें, ताकि क्लेम में मदद मिले।
📢 निष्कर्ष: महंगे फोन से भी धोखा मिल सकता है
Vivo X200 FE का Rain Test Fail होना यह दिखाता है कि सिर्फ ब्रांड नाम और कीमत पर भरोसा नहीं किया जा सकता। जब तक ब्रांड्स अपनी IP रेटिंग्स और प्रोटेक्शन को लेकर पारदर्शिता नहीं अपनाते, तब तक ग्राहकों को सतर्क रहना होगा।
क्या आपने भी Vivo X200 FE का इस्तेमाल किया है?
क्या आपका फोन भी पानी में खराब हुआ है?
हमें कमेंट में ज़रूर बताएं।